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Kerala Plus Two Hindi Exam Pattern (Important for HSSlive PDF Users)
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Section | Question Type | Marks per Question | Number of Questions |
---|---|---|---|
Part A | Very Short Answer | 1 mark | 10 questions |
Part B | Short Answer | 2 marks | 8 questions |
Part C | Short Essay | 3 marks | 8 questions |
Part D | Long Essay | 5 marks | 2 questions |
Total | 60 marks | 28 questions |
15 Plus Two Hindi Previous Year Question Papers with Answers (HSSlive PDF Collection)
Plus Two Hindi Previous Year Question Papers with Answers (2010-2024)
1. March 2024 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘प्रेमचंद’ किस युग के प्रसिद्ध लेखक हैं? (1 mark) Answer: प्रेमचंद छायावादोत्तर युग के प्रसिद्ध लेखक हैं।
Question 2: ‘रामचरित मानस’ किस भाषा में लिखी गई है? इसके रचयिता कौन हैं? (2 marks) Answer: ‘रामचरित मानस’ अवधी भाषा में लिखी गई है। इसके रचयिता गोस्वामी तुलसीदास हैं।
Question 3: हिंदी कहानी के विकास पर एक निबंध लिखिए। (5 marks) Answer: हिंदी कहानी का विकास:
- हिंदी कहानी का आरंभ 19वीं शताब्दी के अंत में माना जाता है।
- आधुनिक हिंदी कहानी का प्रथम उदाहरण किशोरीलाल गोस्वामी की ‘इंदुमती’ (1900) मानी जाती है।
- प्रेमचंद ने ‘पंच परमेश्वर’, ‘कफन’, ‘शतरंज के खिलाड़ी’ जैसी यथार्थवादी कहानियों से इस विधा को समृद्ध किया।
- प्रेमचंद युग में सामाजिक समस्याओं और आदर्शों का चित्रण प्रमुख था।
- प्रेमचंदोत्तर काल में जैनेंद्र, अज्ञेय, यशपाल जैसे कहानीकारों ने मनोविश्लेषणात्मक और व्यक्तिवादी कहानियों का सृजन किया।
- नई कहानी आंदोलन (1954-64) में मोहन राकेश, निर्मल वर्मा, राजेंद्र यादव ने मध्यवर्गीय जीवन के यथार्थ को प्रस्तुत किया।
- समकालीन कहानी में उदय प्रकाश, अलका सरावगी, मृदुला गर्ग आदि ने वैश्वीकरण के प्रभावों को दर्शाया है।
2. March 2023 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘भारतेंदु युग’ की दो विशेषताएँ लिखिए। (1 mark) Answer: राष्ट्रीय भावना का प्रसार और खड़ी बोली का विकास।
Question 2: निम्नलिखित मुहावरे का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए: ‘आँखें खुलना’। (2 marks) Answer: अर्थ: सचाई का पता चलना। वाक्य: जब उसने अपने मित्र का विश्वासघात देखा, तब उसकी आँखें खुल गईं।
Question 3: भक्तिकाल की प्रमुख प्रवृत्तियों का परिचय दीजिए। (5 marks) Answer: भक्तिकाल की प्रमुख प्रवृत्तियाँ:
- भक्ति की प्रधानता: ईश्वर के प्रति अनन्य प्रेम और समर्पण।
- सगुण और निर्गुण धारा का विकास: राम और कृष्ण भक्ति (सगुण), निराकार ब्रह्म की उपासना (निर्गुण)।
- लोकजीवन का चित्रण: समाज के विभिन्न वर्गों का यथार्थपरक चित्रण।
- सामाजिक समरसता: जाति-पाँति के भेदभाव का विरोध।
- भक्ति आंदोलन का विकास: कबीर, रैदास, नानक जैसे संतों ने समाज सुधार का कार्य किया।
- नारी सम्मान: मीरा बाई, लल्लेश्वरी आदि महिला कवयित्रियों का योगदान।
- अवधी, ब्रज, खड़ी बोली आदि भाषाओं का विकास।
3. March 2022 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘रीतिकाल’ को और किस नाम से जाना जाता है? (1 mark) Answer: श्रृंगारकाल या अलंकार काल।
Question 2: संधि विच्छेद कीजिए: महौषधि, परमेश्वर। (2 marks) Answer: महौषधि = महा + औषधि परमेश्वर = परम + ईश्वर
Question 3: हिंदी उपन्यास के विकास पर प्रकाश डालिए। (5 marks) Answer: हिंदी उपन्यास का विकास:
- आरंभिक दौर (1870-1915): इस काल में पहला मौलिक उपन्यास लाला श्रीनिवास दास का ‘परीक्षा गुरु’ (1882) माना जाता है। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने भी योगदान दिया।
- प्रेमचंद युग (1916-1936): प्रेमचंद ने ‘सेवासदन’, ‘गोदान’, ‘रंगभूमि’ जैसे उपन्यासों में सामाजिक समस्याओं का यथार्थ चित्रण किया।
- प्रेमचंदोत्तर युग (1937-1950): जैनेंद्र, अज्ञेय और इलाचंद्र जोशी ने मनोविश्लेषणात्मक उपन्यास लिखे।
- स्वातंत्र्योत्तर युग (1950-1980): यशपाल, फणीश्वरनाथ रेणु (‘मैला आँचल’), हजारी प्रसाद द्विवेदी (‘बाणभट्ट की आत्मकथा’) आदि प्रमुख उपन्यासकार हुए।
- समकालीन युग (1980 के बाद): निर्मल वर्मा, कृष्णा सोबती, मन्नू भंडारी, गीतांजलि श्री आदि ने विविध विषयों पर उत्कृष्ट रचनाएँ की हैं।
4. March 2021 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘पल्लवन’ का क्या अर्थ है? (1 mark) Answer: पल्लवन का अर्थ है किसी विचार या वाक्य का विस्तार करना।
Question 2: निम्नलिखित शब्दों का विपरीतार्थक शब्द लिखिए: आदर, उत्थान। (2 marks) Answer: आदर – निरादर/अनादर उत्थान – पतन
Question 3: हिंदी नाटक के विकास पर एक निबंध लिखिए। (5 marks) Answer: हिंदी नाटक का विकास:
- आरंभिक काल: भारतेंदु हरिश्चंद्र ने ‘अंधेर नगरी’ (1881) और ‘भारत दुर्दशा’ जैसे नाटकों से आधुनिक हिंदी नाटक की नींव रखी।
- द्विवेदी युग: जयशंकर प्रसाद ने ‘स्कंदगुप्त’, ‘चंद्रगुप्त’, ‘ध्रुवस्वामिनी’ जैसे ऐतिहासिक नाटक लिखे।
- स्वातंत्र्य पूर्व काल: लक्ष्मीनारायण मिश्र (‘संन्यासी’) और उपेंद्रनाथ अश्क (‘अनजो दीदी’) ने सामाजिक समस्याओं पर नाटक लिखे।
- स्वातंत्र्योत्तर काल: मोहन राकेश (‘आषाढ़ का एक दिन’, ‘लहरों के राजहंस’), धर्मवीर भारती (‘अंधा युग’) और विष्णु प्रभाकर ने नाटक विधा को नया आयाम दिया।
- समकालीन नाटक: हबीब तनवीर, सत्यदेव दुबे, स्वदेश दीपक आदि ने नुक्कड़ नाटक और रंगमंच को लोकप्रिय बनाया।
- आज विभिन्न माध्यमों (टीवी, इंटरनेट) के कारण नाटक के स्वरूप में परिवर्तन आया है।
5. March 2020 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘द्विवेदी युग’ के दो प्रमुख कवियों के नाम लिखिए। (1 mark) Answer: मैथिलीशरण गुप्त और रामनरेश त्रिपाठी।
Question 2: ‘कर्मधारय समास’ की परिभाषा देकर दो उदाहरण लिखिए। (2 marks) Answer: कर्मधारय समास वह है जिसमें पहला पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है। उदाहरण: नीलकमल (नीला है जो कमल), महात्मा (महान है जो आत्मा)।
Question 3: छायावाद की प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए। (5 marks) Answer: छायावाद की प्रमुख विशेषताएँ:
- प्रकृति का मानवीकरण: प्रकृति के तत्वों को मानवीय भावों से जोड़कर प्रस्तुत किया गया।
- रहस्यात्मकता: जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा ने आत्मा-परमात्मा के संबंध को व्यक्त किया।
- सौंदर्य चेतना: प्रकृति और नारी सौंदर्य का सूक्ष्म चित्रण।
- व्यक्तिवादी भावना: कवि की निजी अनुभूतियों और भावनाओं की अभिव्यक्ति।
- प्रतीकात्मकता और बिंब योजना: नवीन प्रतीकों और बिंबों का प्रयोग।
- छंदमुक्त रचनाएँ: परंपरागत छंदों के स्थान पर मुक्त छंद का प्रयोग।
- राष्ट्रीय चेतना: स्वाधीनता आंदोलन से प्रभावित राष्ट्रीय भावना का प्रकटीकरण।
6. March 2019 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘द्विवेदी युग’ का समय काल क्या है? (1 mark) Answer: सन 1900 से 1918 ई. तक।
Question 2: ‘हिंदी दिवस’ कब और क्यों मनाया जाता है? (2 marks) Answer: हिंदी दिवस 14 सितंबर को मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को संविधान सभा ने हिंदी को भारत की राजभाषा के रूप में स्वीकार किया था, इसलिए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।
Question 3: राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी की वर्तमान स्थिति पर प्रकाश डालिए। (5 marks) Answer: राष्ट्रभाषा के रूप में हिंदी की वर्तमान स्थिति:
- संवैधानिक स्थिति: भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार हिंदी देवनागरी लिपि में भारत की राजभाषा है।
- प्रचार-प्रसार: हिंदी विश्व में लगभग 60 करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है और दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
- शिक्षा में स्थिति: अधिकांश राज्यों में हिंदी शिक्षा का माध्यम है, परंतु उच्च शिक्षा में अंग्रेजी का प्रभुत्व बना हुआ है।
- सरकारी कामकाज: केंद्र सरकार के कार्यालयों में हिंदी का प्रयोग बढ़ा है, लेकिन अभी भी अंग्रेजी का वर्चस्व है।
- मीडिया और इंटरनेट: हिंदी समाचार पत्र, पत्रिकाएँ, टीवी चैनल और वेबसाइट बड़ी संख्या में हैं।
- चुनौतियाँ: क्षेत्रीय भाषाओं के साथ संघर्ष, अंग्रेजी का प्रभाव, मानकीकरण की समस्या आदि।
- संभावनाएँ: डिजिटल माध्यमों के विकास से हिंदी का प्रचार-प्रसार बढ़ रहा है।
7. March 2018 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘नई कविता’ के दो प्रमुख कवियों के नाम लिखिए। (1 mark) Answer: अज्ञेय (सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन) और मुक्तिबोध (गजानन माधव मुक्तिबोध)।
Question 2: ‘संवाद कौशल’ से आप क्या समझते हैं? (2 marks) Answer: संवाद कौशल का अर्थ है दूसरों के साथ प्रभावशाली ढंग से विचारों का आदान-प्रदान करने की क्षमता। इसमें स्पष्ट बोलना, सुनना, समझना और उचित प्रतिक्रिया देना शामिल है। यह व्यक्तिगत और व्यावसायिक सफलता के लिए महत्वपूर्ण कौशल है।
Question 3: ‘प्रयोजनमूलक हिंदी’ से क्या तात्पर्य है? विस्तार से समझाइए। (5 marks) Answer: प्रयोजनमूलक हिंदी:
- परिभाषा: प्रयोजनमूलक हिंदी वह है जिसका प्रयोग किसी विशिष्ट प्रयोजन की पूर्ति के लिए किया जाता है।
- क्षेत्र:
- कार्यालयी हिंदी: सरकारी और निजी कार्यालयों में प्रयुक्त हिंदी
- वाणिज्यिक हिंदी: व्यापार, बैंकिंग आदि में प्रयुक्त हिंदी
- विधि हिंदी: कानूनी दस्तावेजों में प्रयुक्त हिंदी
- जनसंचार माध्यमों की हिंदी: रेडियो, टीवी, समाचार पत्रों आदि में प्रयुक्त हिंदी
- विज्ञापन की हिंदी: विज्ञापन में प्रयुक्त हिंदी
- विशेषताएँ:
- अर्थ की स्पष्टता
- संक्षिप्तता और सरलता
- पारिभाषिक शब्दावली का प्रयोग
- विषयानुकूल भाषा-शैली
- महत्व:
- राष्ट्रीय एकता में सहायक
- सरकारी कामकाज में सहायक
- रोजगार के अवसर प्रदान करने में सहायक
- वैज्ञानिक और तकनीकी विकास में सहायक
8. March 2017 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: “हिंदी साहित्य का इतिहास” किसने लिखा? (1 mark) Answer: आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने।
Question 2: ‘पत्रकारिता’ की परिभाषा दीजिए। (2 marks) Answer: पत्रकारिता समाज में घटित होने वाली घटनाओं, सूचनाओं और विचारों को संकलित, संपादित और प्रस्तुत करने की कला और व्यवसाय है। यह जनमत को प्रभावित करने, लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में कार्य करने और समाज में जागरूकता लाने का माध्यम है।
Question 3: कहानी और उपन्यास में अंतर स्पष्ट कीजिए। (5 marks) Answer: कहानी और उपन्यास में अंतर:
- आकार: कहानी छोटी होती है, जबकि उपन्यास विस्तृत होता है।
- कथानक: कहानी में एक घटना या प्रसंग पर केंद्रित कथानक होता है, जबकि उपन्यास में विस्तृत और जटिल कथानक होता है।
- पात्र: कहानी में सीमित पात्र होते हैं, जबकि उपन्यास में अनेक पात्र होते हैं।
- समय: कहानी का समय सीमित होता है, जबकि उपन्यास में कथावस्तु लंबे समय तक फैली हो सकती है।
- उद्देश्य: कहानी का उद्देश्य एक विशेष प्रभाव उत्पन्न करना होता है, जबकि उपन्यास जीवन के विविध पहलुओं का चित्रण करता है।
- पात्र विकास: कहानी में पात्र विकास सीमित होता है, जबकि उपन्यास में पात्रों का विस्तृत मनोवैज्ञानिक विकास होता है।
- संवाद: कहानी में संवाद संक्षिप्त और सारगर्भित होते हैं, जबकि उपन्यास में संवाद विस्तृत हो सकते हैं।
9. March 2016 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: वर्तमान हिंदी साहित्य के काल विभाजन के अनुसार ‘आधुनिक काल’ का आरंभ कब से माना जाता है? (1 mark) Answer: 1850 ई. से।
Question 2: ‘जनसंचार’ का क्या अर्थ है? दो जनसंचार माध्यमों के नाम लिखिए। (2 marks) Answer: जनसंचार का अर्थ है किसी संदेश या सूचना को एक साथ बड़ी संख्या में लोगों तक पहुँचाना। दो जनसंचार माध्यम हैं – टेलीविजन और इंटरनेट।
Question 3: हिंदी निबंध के विकास पर प्रकाश डालिए। (5 marks) Answer: हिंदी निबंध का विकास:
- आरंभिक काल (1873-1900): भारतेंदु हरिश्चंद्र ने ‘नाटक’, ‘एकादशी का व्रत’ जैसे निबंध लिखे। प्रतापनारायण मिश्र और बालकृष्ण भट्ट ने भी निबंध लेखन किया।
- द्विवेदी युग (1900-1918): महावीर प्रसाद द्विवेदी ने ‘सरस्वती’ पत्रिका में निबंध प्रकाशित किए। इस युग में भाषा का परिष्कार हुआ।
- शुक्ल युग (1919-1940): आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने ‘चिंतामणि’, ‘रस मीमांसा’ जैसे गंभीर विचारात्मक निबंध लिखे।
- शुक्लोत्तर युग (1940-1960): हजारी प्रसाद द्विवेदी (‘अशोक के फूल’), विद्यानिवास मिश्र, और कुबेरनाथ राय ने साहित्यिक निबंध लिखे।
- आधुनिक काल (1960 से आज तक): शंकर पुणतांबेकर, विष्णु खरे, नामवर सिंह और रामविलास शर्मा ने आलोचनात्मक निबंध लिखे।
- निबंध के प्रकार: विचारात्मक, भावात्मक, वर्णनात्मक, आलोचनात्मक और विवरणात्मक निबंधों का विकास हुआ।
10. March 2015 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘आत्मकथा’ और ‘जीवनी’ में क्या अंतर है? (1 mark) Answer: आत्मकथा लेखक द्वारा स्वयं के जीवन के बारे में प्रथम पुरुष में लिखी जाती है, जबकि जीवनी किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किसी व्यक्ति के जीवन के बारे में तृतीय पुरुष में लिखी जाती है।
Question 2: अनुवाद के तीन प्रकार कौन से हैं? (2 marks) Answer: अनुवाद के तीन प्रकार हैं:
- शब्दानुवाद (शाब्दिक अनुवाद)
- भावानुवाद (अर्थानुवाद)
- छायानुवाद (स्वतंत्र अनुवाद)
Question 3: भारतीय संविधान के अनुसार हिंदी की क्या स्थिति है? विस्तार से समझाइए। (5 marks) Answer: भारतीय संविधान में हिंदी की स्थिति:
- अनुच्छेद 343: संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी है।
- अनुच्छेद 344: राजभाषा आयोग और संसदीय समिति का प्रावधान।
- अनुच्छेद 348: सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालयों की भाषा अंग्रेजी होगी।
- अनुच्छेद 351: हिंदी भाषा के विकास के लिए निर्देश।
- आठवीं अनुसूची: 22 भाषाओं की सूची में हिंदी प्रथम स्थान पर है।
- राजभाषा अधिनियम 1963: हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए।
- क्षेत्रीय बंटवारा: भारत को ‘क’, ‘ख’, और ‘ग’ क्षेत्रों में बाँटा गया है, जिनमें हिंदी के प्रयोग की अलग-अलग अनिवार्यता है।
- वर्तमान स्थिति: सरकारी कामकाज में हिंदी का प्रयोग बढ़ रहा है, लेकिन अभी भी द्विभाषी नीति चल रही
11. March 2014 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘छायावाद’ के चार प्रमुख कवियों के नाम लिखिए। (1 mark) Answer: जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’, सुमित्रानंदन पंत और महादेवी वर्मा।
Question 2: ‘विज्ञापन’ की परिभाषा देते हुए इसके दो प्रकार लिखिए। (2 marks) Answer: विज्ञापन किसी वस्तु, सेवा या विचार के बारे में जनता को सूचित करने और उसे खरीदने के लिए प्रेरित करने वाला एक सशुल्क संदेश है। प्रकार: 1. वाणिज्यिक विज्ञापन (उत्पादों और सेवाओं के लिए), 2. सामाजिक विज्ञापन (जन कल्याण के लिए)।
Question 3: अनौपचारिक पत्र और औपचारिक पत्र में अंतर स्पष्ट कीजिए। (5 marks) Answer: अनौपचारिक और औपचारिक पत्र में अंतर:
- संबोधन: अनौपचारिक पत्र में प्रिय, प्यारे जैसे संबोधन होते हैं, जबकि औपचारिक पत्र में महोदय/महोदया जैसे औपचारिक संबोधन होते हैं।
- भाषा-शैली: अनौपचारिक पत्र में सरल, भावात्मक भाषा का प्रयोग होता है, जबकि औपचारिक पत्र में शिष्ट, मानक भाषा का प्रयोग होता है।
- विषय-वस्तु: अनौपचारिक पत्र में व्यक्तिगत विषय होते हैं, जबकि औपचारिक पत्र में कार्यालयी, व्यावसायिक या सरकारी विषय होते हैं।
- प्रारूप: अनौपचारिक पत्र का कोई निश्चित प्रारूप नहीं होता, जबकि औपचारिक पत्र का निश्चित प्रारूप होता है।
- समापन: अनौपचारिक पत्र में ‘तुम्हारा/आपका’ जैसे शब्दों के साथ अपना नाम लिखा जाता है, जबकि औपचारिक पत्र में ‘भवदीय’ के साथ हस्ताक्षर, नाम और पद लिखा जाता है।
- पता: अनौपचारिक पत्र में प्रेषक का पता ऊपर दाईं ओर और प्राप्तकर्ता का पता लिफाफे पर होता है, जबकि औपचारिक पत्र में प्रेषक का पता ऊपर बाईं ओर और प्राप्तकर्ता का पता दाईं ओर होता है।
- उद्देश्य: अनौपचारिक पत्र भावनाओं के आदान-प्रदान के लिए होता है, जबकि औपचारिक पत्र सूचना या कार्य संबंधी होता है।
12. March 2013 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘कृतिका’ हिंदी पाठ्यपुस्तक के दो पाठों के नाम लिखिए। (1 mark) Answer: ‘माता का आँचल’ और ‘जॉर्ज पंचम की नाक’।
Question 2: समास विग्रह कीजिए: गंगाजल, चतुर्भुज। (2 marks) Answer: गंगाजल = गंगा का जल (षष्ठी तत्पुरुष समास) चतुर्भुज = चार हैं भुजाएँ जिसकी (बहुव्रीहि समास)
Question 3: रेडियो नाटक की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए। (5 marks) Answer: रेडियो नाटक की विशेषताएँ:
- श्रव्य माध्यम: रेडियो नाटक केवल सुना जाता है, देखा नहीं जा सकता। अतः इसमें ध्वनि प्रभावों का विशेष महत्व होता है।
- संक्षिप्तता: रेडियो नाटक की अवधि 15-30 मिनट की होती है, अतः कथावस्तु संक्षिप्त होती है।
- भाषा: सरल, सहज और बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया जाता है।
- पात्र सीमित: श्रोताओं को भ्रमित न करने के लिए पात्रों की संख्या सीमित होती है।
- ध्वनि प्रभाव: संगीत, पार्श्व ध्वनि और विशेष ध्वनि प्रभावों का महत्वपूर्ण स्थान होता है।
- स्वरों का वैविध्य: पात्रों के स्वरों में स्पष्ट अंतर होना चाहिए ताकि श्रोता उन्हें पहचान सकें।
- उद्घोषक की भूमिका: कई बार उद्घोषक दृश्य परिवर्तन, स्थान परिवर्तन आदि की सूचना देता है।
- कल्पनाशीलता: श्रोता को अपनी कल्पना से दृश्य बनाना पड़ता है।
13. March 2012 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘भारतेंदु युग’ का समय काल क्या है? (1 mark) Answer: सन 1850 से 1900 ई. तक।
Question 2: ‘विवरणिका’ (ब्रोशर) क्या है? (2 marks) Answer: विवरणिका (ब्रोशर) एक प्रकार का छोटा मुद्रित विज्ञापन या सूचनापत्र है, जिसमें किसी संस्था, उत्पाद, सेवा या कार्यक्रम का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया जाता है। इसमें चित्र, ग्राफ़ और टेबल भी शामिल हो सकते हैं।
Question 3: हिंदी भाषा के विकास पर एक निबंध लिखिए। (5 marks) Answer: हिंदी भाषा का विकास:
- आदिकाल (650-1375 ई.): अपभ्रंश से हिंदी का विकास हुआ। इस काल में ‘पृथ्वीराज रासो’, ‘खुमान रासो’ जैसी रचनाएँ लिखी गईं।
- भक्तिकाल (1375-1700 ई.): इस काल में अवधी, ब्रज, खड़ी बोली आदि बोलियों का विकास हुआ। कबीर, तुलसीदास, सूरदास, मीराबाई आदि कवियों ने हिंदी को समृद्ध किया।
- रीतिकाल (1700-1850 ई.): केशवदास, बिहारी, देव आदि कवियों ने ब्रजभाषा में काव्य रचना की।
- आधुनिक काल (1850 ई. से अब तक):
- भारतेंदु युग: भारतेंदु हरिश्चंद्र ने खड़ी बोली गद्य को विकसित किया।
- द्विवेदी युग: महावीर प्रसाद द्विवेदी ने हिंदी को परिमार्जित और मानकीकृत किया।
- छायावाद: जयशंकर प्रसाद, निराला आदि ने काव्य भाषा को नया रूप दिया।
- स्वातंत्र्योत्तर काल: प्रेमचंद, यशपाल, फणीश्वरनाथ रेणु आदि ने हिंदी गद्य को विकसित किया।
- वैश्वीकरण के दौर में हिंदी:
- इंटरनेट और सोशल मीडिया पर हिंदी का प्रसार
- फिल्म और मीडिया के माध्यम से लोकप्रियता
- हिंदी में तकनीकी शब्दावली का विकास
- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हिंदी का बढ़ता महत्व
14. March 2011 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: ‘प्रगतिवाद’ के दो प्रमुख कवियों के नाम लिखिए। (1 mark) Answer: नागार्जुन और केदारनाथ अग्रवाल।
Question 2: ‘समाचार’ की परिभाषा दीजिए। (2 marks) Answer: समाचार किसी घटना, विचार या समस्या से संबंधित ताजा, रोचक, महत्वपूर्ण और प्रासंगिक जानकारी है, जो जनसामान्य के लिए उपयोगी हो। यह तथ्यों पर आधारित होता है और निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत किया जाता है।
Question 3: कविता और कहानी में अंतर स्पष्ट कीजिए। (5 marks) Answer: कविता और कहानी में अंतर:
- भाषा: कविता में लयात्मक, अलंकृत और सांकेतिक भाषा का प्रयोग होता है, जबकि कहानी में सरल, स्पष्ट और कथात्मक भाषा का प्रयोग होता है।
- रूप: कविता पद्य में लिखी जाती है, जबकि कहानी गद्य में लिखी जाती है।
- उद्देश्य: कविता भावों और अनुभूतियों की अभिव्यक्ति करती है, जबकि कहानी घटनाओं का वर्णन करती है।
- संरचना: कविता की संरचना छंद, तुक और लय पर आधारित होती है, जबकि कहानी की संरचना आरंभ, मध्य और अंत पर आधारित होती है।
- कथानक: कविता में कथानक का महत्व कम होता है, जबकि कहानी में कथानक का विशेष महत्व होता है।
- पात्र: कविता में पात्रों का चित्रण प्रायः संकेतों में होता है, जबकि कहानी में पात्रों का विस्तृत चित्रण होता है।
- अभिव्यक्ति: कविता में सीधी अभिव्यक्ति के बजाय बिंब, प्रतीक और अलंकारों का प्रयोग होता है, जबकि कहानी में सीधी अभिव्यक्ति होती है।
15. March 2010 Hindi Question Paper with Answers
Question 1: छायावाद का ‘महादेवी’ किसे कहा जाता है? (1 mark) Answer: महादेवी वर्मा को।
Question 2: ‘लोकगीत’ की परिभाषा दीजिए। (2 marks) Answer: लोकगीत वे परंपरागत गीत हैं जो लोक समाज में पीढ़ी-दर-पीढ़ी मौखिक रूप से प्रचलित रहते हैं। इनकी रचना सामूहिक होती है और इनमें स्थानीय बोली, संस्कृति और परंपराओं का प्रतिबिंब मिलता है।
Question 3: हिंदी के प्रमुख प्रकार्यात्मक रूपों पर प्रकाश डालिए। (5 marks) Answer: हिंदी के प्रमुख प्रकार्यात्मक रूप:
- राजभाषा हिंदी: संविधान के अनुच्छेद 343 के अनुसार हिंदी भारत की राजभाषा है। सरकारी कामकाज, संसद, विधानसभा आदि में इसका प्रयोग होता है।
- संपर्क भाषा हिंदी: विभिन्न भाषा-भाषी लोगों के बीच संवाद का माध्यम है। यह भारत के विभिन्न राज्यों के लोगों के बीच संपर्क भाषा के रूप में कार्य करती है।
- मातृभाषा हिंदी: उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली आदि राज्यों की मातृभाषा है।
- राष्ट्रभाषा हिंदी: हालांकि संविधान में हिंदी को राष्ट्रभाषा नहीं कहा गया है, फिर भी लोकप्रियता के कारण इसे अनौपचारिक रूप से राष्ट्रभाषा माना जाता है।
- बोलचाल की हिंदी: दैनिक व्यवहार में प्रयुक्त होने वाली सरल हिंदी।
- साहित्यिक हिंदी: साहित्य सृजन में प्रयुक्त परिष्कृत हिंदी।
- मीडिया की हिंदी: समाचार पत्र, टेलीविजन, रेडियो आदि में प्रयुक्त हिंदी।
- बाजार की हिंदी: विज्ञापन, व्यापार आदि में प्रयुक्त हिंदी।
- अंतरराष्ट्रीय हिंदी: विदेशों में अध्ययन-अध्यापन और संचार के लिए प्रयुक्त हिंदी।
अध्ययन रणनीतियाँ: HSSlive Plus Two Hindi Previous Year Question Papers का सर्वोत्तम उपयोग कैसे करें
- समय-प्रबंधन सिखाएँ: पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों को हल करते समय समय सीमा निर्धारित करें।
- विषयवार अभ्यास करें: व्याकरण, निबंध, कहानी, उपन्यास आदि अलग-अलग विषयों के प्रश्नों का अभ्यास करें।
- मूल्यांकन प्रणाली समझें: अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए उत्तर लेखन की शैली समझें।
- प्रश्न पैटर्न की पहचान करें: बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्नों की पहचान करें और उन पर विशेष ध्यान दें।
- मॉक टेस्ट दें: परीक्षा से पहले कम से कम 5-10 पूर्ण प्रश्नपत्रों को हल करें।
निष्कर्ष
HSSlive Plus Two Hindi previous year question papers and answers PDF संग्रह आपकी परीक्षा तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। नियमित अभ्यास, प्रश्न पैटर्न की समझ और समय प्रबंधन के साथ आप हिंदी विषय में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। निरंतर अभ्यास और समीक्षा के साथ सफलता निश्चित है।
हिंदी विषय में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए HSSlive PDFs को अपनी दैनिक अध्ययन योजना में शामिल करें और अपने सपनों के करियर की दिशा में आगे बढ़ें!